Tractor Ke Tyre: जानिए ट्रैक्टर के आगे के टायर छोटे और पीछे के बड़े होने की खास वजह – Best 5 Fact In Hindi

Tractor Ke Tyre: जानिए ट्रैक्टर के आगे के टायर छोटे और पीछे के बड़े होने की खास वजह – Best 5 Fact In Hindi

Tractor Ke Tyre: जानिए ट्रैक्टर के आगे के टायर छोटे और पीछे के बड़े होने की खास वजह… जब हम ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन को देखते हैं तब हमारे मन में यह विचार जरूर आता है कि ट्रैक्टर के सामने का टायर छोटा (Tractor Ke Tyre) और पीछे का टायर बड़ा क्यों होता है?

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 जैसा कि आप सभी जानते हैं कि खेती करने के लिए सबसे पावरफुल मशीन ट्रैक्टर है और हम ट्रैक्टर को बचपन से ही देखते आ रहे हैं लेकिन हमसे बहुत कम लोग यह जानते हैं कि ट्रैक्टर के आगे का टायर छोटा और पीछे का बड़ा क्यों होता है? तो आज के इस लेख में हम आपको यही बताने वाले हैं तो आइए थोड़ा विस्तार पूर्वक जानते हैं –

जानिए ट्रैक्टर के आगे के टायर छोटे और पीछे के बड़े होने की खास वजह – Tractor Ke Tyre

जैसा कि आप सभी जानते हैं की ट्रैक्टर में कोई चार टायर (Tractor Ke Tyre) होते हैं जिनमें से आगे के दो पहिए छोटे तथा पीछे के दो पहिए बड़े होते हैं लेकिन बसों में ऐसा कुछ नहीं होता है।

ट्रैक्टर का जब अविष्कार हुआ होगा तब सबसे पहले जिसने ट्रेक्टर को बनाया होगा ट्रैक्टर के कामों को ध्यान में रखते हुए उसके पहिए को डिजाइन किया होगा अर्थात उनके पहिए का साइज डिसाइड किया होगा।

ट्रैक्टर को चलाने में आसानी

अक्सर जब खेतों में किसानों द्वारा ट्रैक्टर चलाया जाता है तब चालक को सामने का दृश्य स्पष्ट रुप से दिखाई दे इसलिए ट्रैक्टर के सामने का टायर छोटा तथा माल को खींचने के लिए पीछे के टायर बड़े बनाए जाते हैं।

जब चालक द्वारा ट्रैक्टर को चलाया जाता है तब ट्रैक्टर के सामने का टायर (Tractor Ke Tyre) छोटा होने पर घुमावदार मोड़ में ट्रैक्टर को आसानी से मुड़ाया या फिर घुमाया जा सकता है इसलिए ट्रैक्टर के सामने का टायर छोटा होता है।

ट्रैक्टर के संतुलन को बनाए रखने के लिए

ट्रैक्टर का इस्तेमाल बहुत अधिक सामान को ले जाने के लिए किया जाता है ऐसी सिचुएशन में उसका मेंटेनेंस बनाए रखने के लिए ट्रैक्टर के पीछे के टायर बड़े होते हैं।

जब ट्रैक्टर के सामने के टायर (Tractor Ke Tyre) छोटे होते हैं तो ट्रैक्टर को आगे गतिशील होने में आसानी होती है इसके विपरीत अगर ट्रैक्टर के सामने टायर बड़े रहेंगे तो टैक्टर को आगे चलने में और घुमावदार मोड़ में घुमाने में दिक्कत हो सकती है इसीलिए ट्रैक्टर के आगे के टायर छोटे होते हैं।

ट्रैक्टर के पीछे के टायर (Tractor Ke Tyre) बड़े इसलिए बनाए जाते हैं क्योंकि ट्रैक्टर में रखे गए सामान को आसानी से आगे खींच सकें और ऐसा करने पर ट्रैक्टर का संतुलन बना रहता है।

अधिक लोड को खींचने में आसानी

अक्सर आपने देखा होगा कि टैक्टर में अत्यधिक मैटेरियल भरकर लाया जाता है लेकिन इसके बावजूद भी ट्रैक्टर का संतुलन बना रहता है इसलिए सम्भव है क्योंकि ट्रैक्टर के सामने का टायर (Tractor Ke Tyre) छोटा पीछे का टायर बड़ा होता है और इसी वजह से ट्रैक्टर के द्वारा अधिक लोड को बड़ी आसानी से खींच लेता हैं।

ट्रैक्टर में हैवी इंजन नहीं होने पर भी ट्रैक्टर अत्यधिक लोड को बड़ी आसानी से खींचता है क्योंकि ट्रैक्टर के टायरों (Tractor Ke Tyre) की डिजाइन और साइज को बनाते समय ट्रैक्टर के द्वारा किए जाने वाले कार्य को विशेष ध्यान रखा गया।

ट्रैक्टर के टायर की बेहतरीन डिजाइन

ट्रैक्टर की डिजाइन अन्य वाहनों से काफी अलग होती है अन्य वाहनों की तरह ट्रैक्टर के आगे और पीछे का टायर (Tractor Ke Tyre) बराबर नहीं होते हैं।

अपने आप को फिर कुछ वाहनों को गीली मिट्टी अर्थात कीचड़ में फिसलते हुए तो देखा होगा लेकिन ट्रैक्टर के साथ ऐसा नहीं होता है क्योंकि ट्रैक्टर चिकनी मिट्टी में भी आसानी से अपनी जगह बना लेता है क्योंकि ट्रैक्टर के टायर बेहतरीन तरीके से डिजाइन किए जाते हैं जिससे गीली मिट्टी से निकलने के लिए ट्रैक्टर को आसानी होती है।

निष्कर्ष – Tractor Ke Tyre | Best Fact In Hindi

ट्रैक्टर के सामने का टायर (Tractor Ke Tyre) छोटा होने का सबसे मुख्य कारण यह है कि ट्रैक्टर चालक को ट्रैक्टर चलाने में आसानी होती है। ट्रैक्टर चलाते समय ट्रैक्टर के सामने का टायर (Tractor Ke Tyre) छोटा होने से ट्रैक्टर चालक को सामने का दृश्य स्पष्ट रूप से दिखाई देता है और घुमावदार मोड़ पर भी ट्रैक्टर को घुमाने में आसानी होती है।

इसके अलावा ट्रैक्टर के सामने का टायर छोटा होने से ट्रैक्टर के अत्यधिक लोड को आगे की ओर गतिशील करने में आसानी होती है और इस तरह से ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ता नहीं है और बना रहता है इसलिए ट्रैक्टर के सामने का टायर (Tractor Ke Tyre) छोटा होता है और पीछे का टायर बड़ा होता है।

ट्रैक्टर के छोटे और बड़े टायरों में बनी हुई दरारें चिकनी जगह पर अपनी पकड़ अच्छी तरह से बना कर रखते हैं और इसी वजह से टायर में घर्षण होता है लेकिन साधारण वाहन ऐसी जगह में नहीं निकल पाते हैं इसीलिए ट्रैक्टर के छोटे और बड़े टायर में दरारें होती है।

आपने देखा होगा कि ट्रैक्टर के छोटे और बड़े टायर चौड़े होते हैं ऐसा इसलिए है क्योंकि ट्रैक्टर के टायर चोरी होने की वजह से जमीन पर अधिक क्षेत्रफल घेरते हैं इससे ट्रैक्टर पर लादा गया भार एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने में आसानी होती है।

हम आपको बता दें कि ट्रैक्टर के सामने के टायर छोटे और पीछे के टायर बड़े होने की अलग-अलग वजह है क्योंकि ट्रैक्टर के छोटे बड़े टायरों के अलग-अलग उद्देश्य होते हैं ट्रैक्टर के पीछे के टायर बड़े होने की वजह है कि वह ट्रैक्टर के भार को संभालता है जबकि ट्रैक्टर के सामने के टायर छोटे होते हैं क्योंकि क्योंकि सामने के टायर ट्रैक्टर को दिशा निर्देशित करता है।

ट्रैक्टर के सामने का टायर और पीछे के टायर अलग-अलग आकार तथा डिजाइन मैं बनाने के अलग अलग उद्देश्य है जैसे कि ट्रैक्टर का बैलेंस बनाए रखना, ट्रैक्टर की हैंडलिंग तथा तेल की खपत जैसी बातों को ध्यान में रखा जाता है। ऐसी ही छोटी-बड़ी बातों को ध्यान में रखते हुए ट्रैक्टर के सामने के पीछे के टायर छोटे-बड़े बनाए गए हैं।

ट्रैक्टर के सामने के टायर छोटे होने की वजह

ट्रैक्टर के सामने के टायर छोटे होते हैं क्योंकि ट्रैक्टर के सामने के टायर छोटे होने पर इसे आसानी से सही दिशा में घुमाया जा सकता है इतना ही नहीं सामने खड़ा है छोटे होने पर इससे मोड़ पर जगह कम होने पर भी घुमाया जा सकता है इसके अलावा ट्रैक्टर के सामने के टायर छोटे होने की वजह से ट्रैक्टर का भार इंजन पर कम पड़ता है जिससे डीजल की खपत भी कम होती है।

ट्रैक्टर के पीछे के टायर बड़े इसलिए होते हैं ताकि ट्रैक्टर के पीछे के बड़े टायर को आगे की ओर खींचने मदद हो सके। ट्रैक्टर द्वारा आगे की ओर लोड को खींचते वक़्त सामने के ऊपर की ओर ना उठ सके।

इसके अलावा ट्रैक्टर के पीछे के टायर बड़े इसलिए होते हैं ताकि ट्रैक्टर जमीन से पकड़ बनाए रखें और टैक्टर को आगे की ओर गतिशील बनाए रखें।

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