Golden rules: 21 ऐसे नियम जो आपको जरूर पता होना चाहिए | Life Ke Niyam | Golden Rules In Hindi
हमारे जीवन की कुछ ऐसे नियम है जिन्हें अपनाकर आप खुशहाल जिंदगी जी सकते हैं ये जीवन के ऐसे नियम है जो आपको जिंदगी के हर मोड़ पर काम आएंगे।
तो आज के इस लेख में हम आपको ऐसे गोल्डन रूल्स के बारे में बताने वाले है जिन्हें अपनाकर आप कम्युनिकेशन स्किल को इम्प्रूव कर सकते है, अपनी फील्ड में सफलता प्राप्त कर सकते हैं,
अपनी जिंदगी से सीख सकते हैं, अपने द्वारा की जाने वाली गलतियों को सुधार सकते हैं इतना ही नहीं बल्कि कम समय में अपनी टीम बनाकर सफलता को प्राप्त कर सकते हैं तो आइए लाइफ के ऐसे गोल्डन नियम को जानते हैं –
Golden Rules –
1. हमें अपनी जेब में हाथ नहीं रखना चाहिए –
लाइफ का नियम 01 हमें या बताता है कि हमें अपनी जेब में हाथ रख कर बात नहीं करनी चाहिए। वैसे भी जेब में हाथ रख कर बातें करना एक अच्छा विचार नहीं है।
जब आप देखने में डालकर सामने वाले व्यक्ति से बात करते है तो ऐसा लगता है जैसे कि आप सामने वाले व्यक्ति से खुलकर बातें करने में सक्षम नहीं है इसीलिए आप ऐसा कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त जब आप जेब में हाथ डालकर सामने वाले व्यक्ति से बात करते हो आप उस व्यक्ति को यह महसूस कराते हैं कि आप उस सामने वाले व्यक्ति के सामने अपना बड़प्पन दिखा रहे हैं और ऐसा करने पर वह आपसे बातें करने में कंफर्टेबल नहीं होगा इसलिए आपको जेब में हाथ डाल कर किसी भी व्यक्ति से कम्युनिकेशन नहीं करना चाहिए।
2. सिर झुकाकर या शर्माते हुए बातें नहीं करना चाहिए –
लाइफ का गोल्डन नियम 02 हमें यह बताता है कि जब हम किसी व्यक्ति से बात कर रहे होते है तो हमें अपना सिर झुकाकर या शर्माते हुए सामने वाले व्यक्ति से बात नहीं नहीं करना चाहिए क्योंकि जब आप सामने वाले व्यक्ति से सिर झुकाकर बातें करते तो उसे आपसे बातें करने में सहज महसूस नहीं होता है
और जब आप शर्माते है या सिर झुकाकर बातें करते है तो सामने वाला व्यक्ति आपसे खुलकर बातें नहीं कर पाते है और उसे आपसे बातें करने में मजा भी नहीं आता है।
3. भोजन करने के बाद थाली में हाथ नहीं धोना चाहिए –
भोजन करने के बाद थाली में हाथ नहीं धोना चाहिए क्योंकि ऐसा कहना थाली में बचे हुए अनाज का अनादर होता है जिससे लक्ष्मी माता और अन्नपूर्णा देवी नाराज होती है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार भोजन करने के बाद भोजन की थाली में हाथ धोना अशुभ माना जाता है और ऐसा करने से भोजन का अपमान भी होता है इसीलिए हमें कभी भी भोजन की थाली में हाथ नहीं धोना चाहिए।
4. हमें अपनी भावनाएं जगजाहिर नहीं करना चाहिए –
कुछ विद्वानों का मानना है कि हमें अपनी भावनाएं दूसरों के सामने वक्त नहीं करना चाहिए। विद्वान लोग ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि जब हम अपनी भावनाएं या अपना कोई राज किसी दूसरे व्यक्ति के सामने बताते करते हैं तो वह व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को बताता है
और इस तरह अधिकतर लोगों को आपकी बातें पता चली जाती है जिनमें से कुछ लोग आप को नापसंद करने वाले भी होते हैं और वे लोग आपके कामों में परेशानी उत्पन्न करने की कोशिश करते हैं जिससे आपके काम में कोई न कोई समस्या बनी रहती है और आप अपने काम में सफल नहीं हो पाते हैं इसलिए कभी भी आपको अपने राज या अपनी भावनाओं को जग जाहिर नहीं करना चाहिए।
5. सपने के बारे में किसी को नहीं बताना चाहिए –
जब आप रात्रि में कोई शुभ संकेत देने वाला सपना देखते हैं और उस सपने को आप किसी दूसरे व्यक्ति के सामने साझा कर देते हैं तो उस सपने का हकीकत में बदलना मुश्किल हो जाता है और फिर आपका सपना केवल सपना ही बनकर रह जाता है हकीकत नहीं बन पाता है इसीलिए जब भी आप कभी कोई शुभ संकेत देने वाला सपना देखते हैं तो आपको उसे किसी दूसरे के सामने साझा नहीं करना चाहिए।
6. जिस काम से डर लगे वही करें –
मान लो कि कोई ऐसा काम है जिसे करने पर आपको बहुत डर लगता है और डर की वजह से आप उस काम को नहीं कर पा रहे हैं लेकिन अगर आप उसी काम को करेंगे जिसमें आप को डर लगता है तो आप देखेंगे कि आपका डर धीरे-धीरे समाप्त होने लगा है और ऐसा करने पर आप उस काम में महारत हासिल कर लेंगे।
आपने वह कहावत तो सुनी ही होगी ‘डर के आगे जीत है’ यह कहावत बिल्कुल सत्य है। अगर आप किसी व्यक्ति या जानवर जितना अधिक डरोगे तो वह आपको उतना ही अधिक डराएगा इसीलिए आपको उस काम को जरूर कहना चाहिए जिसमें आप को डर लगता है यकीन मानिए आप उस काम में इतने अधिक एक्सपर्ट बन जाएंगे कि आपको जो काम करने से डर लगता था अब वह काम आप बहुत जल्दी कर लेंगे।
7. बिस्तर पर बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए –
वास्तु शास्त्र के अनुसार बिस्तर पर बैठकर भोजन करना पूर्णता वर्जित है क्योंकि ऐसा करने पर आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है जैसे कि स्वास्थ संबंधी परेशानी, अपने कामों में सफलता से संबंधित परेशानी आदि।
बिस्तर पर बैठकर भोजन करने से हमारे घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है और घर में अशांति का माहौल बन जाता है।
बिस्तर सोने का स्थान है और जब आप बिस्तर पर भोजन करते हैं तो अन्न की देवी अन्नपूर्णा माता नाराज हो जाती है जिससे आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
8. ज्यादा सीधे मत बनो –
ज्यादातर आपने अपनी जिंदगी में देखा होगा कि जो व्यक्ति सीधे स्वभाव के होते हैं उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है तुम की भी अपनी परेशानी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और अपने चाहने वालों के साथ साझा ही नहीं करते हैं और इसी वजह से उनकी परेशानी बढ़ जाती है क्योंकि उन्हें अपनी समस्या का समाधान नहीं मिल पाता है इसीलिए आपको ज्यादा सीधे स्वभाव के नहीं रहना चाहिए।
वैसे भी आजकल के लोग इंटेलिजेंट, स्मार्ट और अधिक समझदार लोगों को ही पसंद करते है फिर चाहे आप लड़के हो या फिर लड़की, दोनों को स्मार्ट और समझदार लोग ही पसंद आते हैं इसीलिए इंटेलिजेंट, स्मार्ट और समझदार बनिए।
9. आपके द्वारा की गई मदद आपको वापस मिलती है –
जब आप अपनी जिंदगी में किसी दूसरे की मदद करते हैं तो वह मदद आपको वापस मिलती है क्योंकि आपने जिस व्यक्ति की मदद की है वह आपके द्वारा की गई मदद को कभी नहीं भूलता है और वक्त आने पर आपकी भी मदद करता है यही प्रकृति का नियम है।
और इसीलिए लोग अक्सर यह कहते भी है कि आप जैसा बोओगे वैसा ही पाओगे।
10. लेनदेन नियम – यह दुनिया लेनदेन के नियम पर ही चलती है अगर आप किसी को कुछ दे नहीं सकते है तो उससे कुछ लेने की उम्मीद भी मत रखिए क्योंकि इस दुनिया में कुछ भी चीज फ्री में नहीं मिलती है।
लेन-देन का नियम हर एक क्षेत्र में लागू होता है।
11. बदलाव होना – हमारी दुनिया का सबसे बड़ा रूल हमारी परिस्थिति में और इस दुनिया में बदलाव होना ही है क्योंकि बदलाव के बिना यह दुनिया नहीं चलती है हमारी जिंदगी में बदलाव होना ही प्रकृति का नियम है।
जिस तरह से हमारी पृथ्वी पर मौसम बदलते रहते हैं ठीक उसी तरह हमारी जिंदगी में सुख और दुख आते जाते रहते हैं यही प्रकृति का नियम है और इस दुनिया में बदलाव होना निश्चित है।
12. आपने नियम बनाओ – प्रकृति के नियम को फॉलो करना अच्छी बात है लेकिन अपने खुद के नियम बनाना और उसका पालन या अनुसरण करना और अधिक अच्छी बात है क्योंकि अपने खुद के नियम बनाकर उसका अनुसरण करने से आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी।
लेकिन आपके द्वारा बनाए गए नियम ऐसी होनी चाहिए जो आप को सफलता दिलाने में मदद करें जैसे कि – रात्रि में सोने से पहले अपने कल के कामों की लिस्ट तैयार करना, ध्यान करना, अपने कामों की जिम्मेदारी लेना, फ्यूचर प्लानिंग करना और कुछ समय के लिए अकेले रहना।