Petrol Pump Scam: आजकल की बदलती हुई दुनिया में लोग धीरे-धीरे पहले से कहीं अधिक समझदार होने लगे हैं ऐसे लोगों को बेवकूफ बनाना है तो मुश्किल काम हो गया है लेकिन फिर भी कुछ लोग इस बदलती हुई दुनिया में ठगी के शिकार हो ही जाते हैं जी हां हम बात कर रहे हैं पेट्रोल पंप ठगी के बारे में क्योंकि पहले पेट्रोल की मशीनों में जीरो के जरिए हेराफेरी करके ठगी होती थी लेकिन अब बदलती हुई इस दुनिया में ठंडी करने के नए तरीके भी सामने आ गए हैं।
जब आप पेट्रोल पंप (petrol pump scam) पर अपनी बाइक या कार में पेट्रोल डीजल भरवाने जाते हैं तो आपकी बाइक या कार में पूरा पेट्रोल डीजल डाला जाता है ऐसे में हमें लगता है कि हमारे साथ कोई भी ठगी नहीं हुई है लेकिन दोस्तों पेट्रोल पंप (petrol pump scam) में ठगी करने का नया तरीका डेंसिटी है जी हाँ…
आपकी बाइक में पूरा पेट्रोल तो डाला जाएगा लेकिन पेट्रोल की डेंसिटी में बदलाव कर दिया जाएगा। हम जानते हैं कि डेंसिटी आखिर क्या है और इसके साथ कैसे ठगी की जा सकती है..?
हम आपको बता दें कि पेट्रोल पंप (petrol pump scam) में काम करने वाले कर्मचारी इतनी चालाक होते हैं कि वह इतनी चालाकी से आपके साथ ठगी कर सकते हैं कि आपको उसका अंदाजा भी नहीं होगा।
आपके कोई ना कोई परिचित कभी ना कभी पेट्रोल पंप पर ठगी के शिकार जरूर हुए होंगे तो अगर आप भी चाहते हैं क्या आप कभी भी पेट्रोल पंप पर ठगी के शिकार ना होए इसके लिए आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि पेट्रोल पंप (petrol pump scam) पर बड़ी चालाकी से ठगी कैसे की जाती है?
इसे जानने के लिए में सबसे पहले ठगी का गणित समझना होगा –
पहले की तरह ठगी आपके पेट्रोल भरने में नहीं होती है बल्कि अब असली ठगी तो पेट्रोल और डीजल की डेंसिटी अर्थात घनत्व में होती है। जब आप पेट्रोल पंप (petrol pump scam) पर पेट्रोल और डीजल भरवाने जाते तो तो आपने मशीन में नोटिस किया होगा कि amount और volume की बात डेंसिटी का डिस्प्ले दिखाई देता है पेट्रोल और डीजल भरो आते वक्त इनकी डेंसिटी रेंज पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है।
सबसे इंपोर्टेंट बात यह है कि आपकी बताई गई डेंसिटी, रेंज से कम है तो इसका मतलब यह हुआ कि पेट्रोल पंप (petrol pump scam) पर पेट्रोल में मिलावट की गई है इसी आपको डेंसिटी पर ध्यान देना जरूरी है।
ऐसा होने पर न केवल आपके साथ ठगी होती है बल्कि इसे आपके मोटरसाइकिल का इंजन खराब होने की संभावना है।
अगर बताई गई डेंसिटी रेंज से अधिक है तो भी पेट्रोल में मिलावट हो सकती है इससे आपके मोटरसाइकिल के इंजन पर अधिक पर असर पड़ता है और उसे माइलेज भी कम होता है।
जब भी आप पेट्रोल पंप (petrol pump scam) पर पेट्रोल भरवाने जाते तो आपको डेंसिटी रेंज को देखकर ही पेट्रोल भरवाना चाहिए नहीं तो मिलावट वाला पेट्रोल भरवाने से मोटरसाइकिल के इंजन की लाइफ पर अफेक्ट पड़ता है।